
नई दिल्ली। तिरंगा साइकिलिंग रैली के रूप में फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल के 25वें संस्करण का आज सुबह पूरे देश में सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इसमें देशभक्ति, फिटनेस और पर्यावरण जागरूकता की भावना के साथ 5000 से अधिक स्थानों से 15000 से अधिक साइकिल चालक भारत के सशस्त्र बलों को राष्ट्रव्यापी श्रद्धांजलि देने के लिए शामिल हुए।
माननीय केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने यहां मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में 1500 से अधिक साइकिल चालकों का नेतृत्व किया। उनके साथ सचिव (खेल) श्री हरि रंजन राव, खेल जगत की हस्तियां – ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त, क्रिकेटर सबा करीम, पहलवान सरिता मोर, बॉलीवुड अभिनेत्री शारवरी और भारतीय साइकिलिंग टीम भी थी।
रविवार की सुबह की एक मुख्य बात यह रही कि जम्मू और कश्मीर के कई क्षेत्रों- जम्मू, पुंछ, किश्तवाड़, कुलगाम, बांदीपोरा, शोपियां, बारामुल्ला, बडगाम, सांबा आदि से साइकिल चालकों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ये साइकिल अभियान कई खेलो इंडिया सेंटर (केआईसी), खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (केआईएससीई) और साई ट्रेनिंग सेंटर (एसटीसी) द्वारा आयोजित किए गए थे।
सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि देते हुए, खास तौर पर हाल ही में सफल ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर, डॉ. मांडविया ने इस संस्करण के गहन महत्व पर जोर दिया। माननीय मंत्री ने कहा, “यह तिरंगा रैली हमारे जवानों और उनके बलिदान को सलाम है। फिटनेस और देशभक्ति एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।”
इस ऐतिहासिक संस्करण में दो प्रमुख पहलों- फिट इंडिया न्यूज़लैटर और फिट इंडिया मोबाइल ऐप पर कार्बन क्रेडिट फ़ीचर की शुरुआत की गई। इसमें साइकिल चालक अब नियमित रूप से साइकिल चलाकर बचाए गए कार्बन क्रेडिट को ट्रैक कर सकते हैं। डॉ. मांडविया ने कहा, “ऐप का एक बार डाउनलोड करने पर आप फिट इंडिया अभियान का हिस्सा बन जाएंगे।” “आपकी गति – 7 से 34 किमी प्रति घंटे तक – और आपकी दूरी दर्ज की जाएगी, और आपके कार्बन क्रेडिट जोड़े जाएंगे।”
हाल ही में शुरू किया गया फिट इंडिया न्यूज़लेटर एक मासिक डाइजेस्ट होगा। इसमें प्रेरक समाचारों के साथ-साथ विभिन्न फिटनेस इन्फ्लूएंसर्स से अपडेट और प्रशिक्षण युक्तियां भी शामिल होंगी।
अभिनेत्री शरवरी को उभरती सुपरस्टार के रूप में जाना जाता है और उन्होंने मुंजिया और महाराजा जैसी फिल्मों में काम किया है। डॉ. मांडविया ने इस कार्यक्रम में अभिनेत्री शरवरी को ‘यंग फिट इंडिया आइकन’ की उपाधि से सम्मानित किया। उन्होंने कहा, “यह आंदोलन बहुत बड़ा है और फिट इंडिया आइकन बनना सम्मान की बात है। साइकिल चलाना मुझे स्कूल की गर्मियों की छुट्टियों की याद दिलाता है – हम सभी साइकिल किराए पर लेते थे और निकल पड़ते थे,” उन्होंने आगे कहा, “यह साइकिल रैली मेरे लिए और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे बहादुर सैनिकों के लिए है। हम उनके कारण अपने घरों में शांति से सो सकते हैं और इस तिरंगा रैली के माध्यम से उनकी बहादुरी को श्रद्धांजलि देना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है।”
फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल पहल दिसंबर 2024 में 150 साइकिल चालकों के साथ शुरू हुई थी और छह महीने के अंतराल में इसमें भागीदारी का आंकड़ा कई गुना बढ़ गया है। इस बढती संख्या का श्रेय सीआईएसएफ, भारतीय चिकित्सा संघ, पत्रकार संघों, शिक्षकों, कॉरपोरेट्स और कई अन्य क्षेत्रों के पेशेवरों जैसे भागीदारों को जाता है जिनके कारण यह संभव हुआ। इस संस्करण में, विशेष भागीदार साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया, योगासन भारत, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज, बीवाईसीएस इंडिया, कल्टफिट और रेड एफएम थे।
ओलंपियन और कुश्ती चैंपियन योगेश्वर दत्त ने इस पहल को ‘एक ऐसा आंदोलन बताया जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य को राष्ट्रीय गौरव से जोड़ता है।’ उन्होंने कहा, “अगर हम स्वस्थ रहेंगे तो देश स्वस्थ रहेगा। युवा बच्चे, बुजुर्ग, सभी इसमें भाग ले रहे हैं। यही इस अभियान की ताकत है।”
पूरे भारत के कई एथलीट भी संडे ऑन साइकिल के 25वें संस्करण को सफल बनाने के लिए शामिल हुए। ओलंपियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता दीपा करमाकर ने एसएआई प्रशिक्षण केंद्र (एसटीसी) अगरतला में रैली को हरी झंडी दिखाई जबकि एसएआई सोनीपत में दीपिका कुमारी (पद्म श्री पुरस्कार विजेता तीरंदाज), पूर्णिमा महतो (पद्म श्री तीरंदाजी प्रशिक्षक), अर्जुन पुरस्कार विजेता सुमित अंतिल, पैरालिंपिक डबल गोल्ड मेडलिस्ट और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता ज्योति सुरेखा, ओजस देवताले, अदिति गोपीचंद स्वामी, पैरालिंपियन सुंदर गुर्जर और पुष्पेंद्र ने भाग लिया। प्रसिद्ध भारतीय हॉकी खिलाड़ी एसके उथप्पा भी एसएआई बेंगलुरु में मौजूद थे। इस बीच, एसएआई रोहतक में अखिल भारतीय पुलिस बल ने इसमें बड़ी संख्या में भाग लिया।
उत्तराखंड की माननीया खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्य और उत्तर प्रदेश के माननीय खेल मंत्री श्री गिरीश यादव क्रमश: उत्तराखंड और वाराणसी में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए। पूर्व क्रिकेटर और खेल प्रशासक सबा करीम ने इस पहल की समावेशिता की प्रशंसा की। “यह एसएआई का एक शानदार प्रयास है। साइकिल चलाने से हम स्वस्थ रहते हैं और हमारे आस-पास का वातावरण हरा-भरा रहता है। मैं खुद भी साइकिल से स्कूल जाता था। इसमें कोई रखरखाव नहीं है, कोई प्रदूषण नहीं है। स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए यह एक बेहतरीन माध्यम है।”
पहलवान सरिता मोर ने भी जोश से कहा: “मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस पहल का हिस्सा बनकर खुद को धन्य महसूस कर रही हूं। साइकिल चलाना पहले से ही मेरे प्रशिक्षण का हिस्सा है। आज, इस रैली के साथ, हम ऑपरेशन सिंदूर के अपने बहादुर सैनिकों को भी याद करते हैं। यह उनकी वजह से है कि हम आज सुरक्षित हैं।”
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