दुनिया में पहली बार, एक इतालवी समाचार पत्र इल फोग्लियो ने पूरी तरह से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) द्वारा निर्मित संस्करण प्रकाशित करने का दावा किया है। यह प्रयोग पत्रकारिता जगत के लिए एक मील का पत्थर है या फिर एक खतरनाक मोड़, यह बहस का विषय बन चुका है।
क्या है इल फोग्लियो AI?
चार पृष्ठों का यह विशेष संस्करण अखबार के पारंपरिक ब्रॉडशीट में लपेटा गया है और ऑनलाइन भी उपलब्ध है। इसमें लिखे गए हर लेख, शीर्षक, उद्धरण, और यहां तक कि विडंबना भी AI द्वारा उत्पन्न की गई है। अखबार के संपादक क्लाउडियो सेरासा ने स्पष्ट किया कि पत्रकारों की भूमिका सिर्फ सवाल पूछने और AI के जवाब पढ़ने तक सीमित थी।
AI-जनित समाचार: तथ्य, विश्लेषण और सीमाएँ
फ्रंट पेज पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और “इटैलियन ट्रंपियन” के विरोधाभासों पर एक लेख प्रकाशित किया गया, जिसमें “कैंसल कल्चर” पर उनकी प्रतिक्रियाओं की चर्चा की गई। इसके अलावा, व्लादिमीर पुतिन के पिछले 20 वर्षों के “विश्वासघात” पर भी एक विस्तृत लेख शामिल किया गया।
हालांकि, सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन खबरों में मानवीय दृष्टिकोण कहाँ है? AI ने लेखों को स्पष्ट और व्याकरण की दृष्टि से सही बनाया, लेकिन किसी भी खबर में किसी इंसान का सीधा हवाला नहीं दिया गया।
AI का पत्रकारिता पर प्रभाव
इस प्रयोग से यह स्पष्ट हो गया है कि AI समाचार लेखन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। लेकिन क्या यह पारंपरिक पत्रकारिता को कमजोर करेगा? क्या AI केवल सूचनाएं देने तक सीमित रहेगा, या फिर यह विचारधारा और गहरी पड़ताल में भी भूमिका निभाएगा?
अंतिम पृष्ठ पर पाठकों से AI द्वारा जनित पत्र प्रकाशित किए गए। एक पत्र ने यह सवाल उठाया कि क्या AI भविष्य में इंसानों को “बेकार” बना देगा? इसका जवाब भी AI ने ही दिया – “AI एक बेहतरीन नवाचार है, लेकिन यह अभी तक यह नहीं जानता कि चीनी को गलत मिलाए बिना कॉफी कैसे ऑर्डर की जाए।”
इल फोग्लियो का AI संस्करण तकनीक और पत्रकारिता के मिलन का एक बड़ा प्रयोग है। लेकिन यह भी याद रखना होगा कि पत्रकारिता केवल तथ्यों का संकलन नहीं, बल्कि एक विवेकपूर्ण और आलोचनात्मक विश्लेषण का कार्य है। AI इस प्रक्रिया को तेज कर सकता है, लेकिन क्या वह मानवीय संवेदनाओं और नैतिकता को आत्मसात कर सकता है? यह भविष्य तय करेगा।
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