
उदयपुर। कश्ती फाउंडेशन और टीम एन एफर्ट के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को शहर में ख्यातनाम कहानीकार रजत कहानीवाला की एकल कहानी प्रस्तुति हुई जिसमें रजत ने बड़ी संख्या में अपनी और ख्यात कहानीकारों की कहानियों को आकर्षक अंदाज में सुनाकर समां बांध दिया। रजत ने गुलजार, प्रेमचंद, महादेवी वर्मा सहित कई पाश्चात्य लेखकों की कहानियों की मजेदार प्रस्तुतियां दी तो मौजूद श्रोताओं ने करतल ध्वनि से सराहना की। देर शाम तक हर एक कहानी की प्रस्तुति का श्रोताओं ने जमकर लुत्फ उठाया।
रजत ने अपनी कहानियों में आकर्षक आवाज व भाव—भंगिमाओं के साथ रोआल डाल की ग्रेट ऑटोमैटिक ग्राम टाइजेटोर और गुलजार की अट्ठन्नियां कहानी को सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी कहानी सृजन यात्रा और अब तक किए गए सृजनों की बानगी भी प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को कहानी श्रवण की आदत डालनी चाहिए ताकि उनका व्यक्तित्व विकास हो सके।
एकल प्रस्तुति के आरंभ में कश्ती फाउंडेशन की प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने कहा कि हर एक व्यक्ति का जीवन एक कहानी ही है, जीवन जीने का अंदाज उस कहानी का स्वरूप बनाता है, जीवन के उतार—चढ़ाव कहानी के भावों की भांति व्यक्ति के जीवन को तरंगित करते रहते हैं। कार्यक्रम दौरान नित्या सिंघल, नितीज मुर्डिया, वास्तुकार सुनील लढ्ढा, डॉ. स्मृति, शिल्पकार हेमंत जोशी, डॉ. चित्रसेन, नीलोफर मुनीर, डॉ. सोफिया नलवाया, आरजे विपुल वैष्णव सहित कई साहित्य प्रेमियों ने अपने—अपने नामों के पीछे छिपी कहानियों को उजागर किया।
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