नीट-यूजी परीक्षा में घोटाले के आरोप: कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा, शिक्षा मंत्री ने दी सफाई

नई दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीट-यूजी परीक्षा में कथित घोटाले को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि यह मामला व्यापमं 2.0 जैसा है और सरकार इन आरोपों को दबाने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस के आरोप और मांगें

कांग्रेस ने निम्नलिखित सवाल और मांगें उठाई हैं:
1. 580 से अधिक अंक पाने वाले छात्रों के परीक्षा केंद्रों के नाम सार्वजनिक किए जाएं।**
2. 12वीं के बोर्ड परीक्षा के अंकों की तुलना नीट टॉपर्स के अंकों से की जाए।**
3. उच्च अंक पाने वाले परीक्षा केंद्रों की वीडियो रिकॉर्डिंग जारी की जाए।**
4. उन छात्रों की सूची जारी की जाए जिन्होंने परीक्षा केंद्र बदलने का विकल्प चुना।**

पवन खेड़ा ने यह भी बताया कि इस वर्ष 67 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिले हैं, जबकि पिछले आठ वर्षों में सिर्फ सात छात्रों ने ही पूरे अंक प्राप्त किए थे।

शिक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “केंद्र सरकार नीट परीक्षा के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। मैं छात्रों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनके करियर के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार जो भी कदम उठाने होंगे, सरकार उठाएगी।”

उन्होंने यह भी कहा कि नीट की काउंसलिंग प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है और छात्रों को बिना भ्रमित हुए इस दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

मौजूदा स्थिति

नीट-यूजी परीक्षा में घोटाले के आरोपों की जांच सुप्रीम कोर्ट में चल रही है, जिसकी अगली सुनवाई 8 जुलाई को होनी है। इस बीच, एनटीए ने 1563 छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स को रद्द कर दिया है और इन छात्रों के लिए 23 जून को दोबारा परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया है।

इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं पर बहस और जांच अभी जारी रहेगी, और सभी संबंधित पक्षों की नजरें सुप्रीम कोर्ट के अगले आदेश पर टिकी हैं।

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