जयपुर। राजस्थान में पेपर लीक उद्योग चल रहा है। राजस्थान के युवा काबिल है, लेकिन पेपर लीक ने उनका भविष्य बर्बाद कर दिया है। इससे बचने के लिए अब युवाओं को कांग्रेस को हटाने पड़ेगा। राजस्थान में गैंगवार, तीज त्योहारों पर खतरा मंडरा रहा है। कानून व्यवस्था बिगड़ी है। कब पत्थर चले, कर्फ्यू लग जाए किसी को नहीं मालूम।
राजस्थान के लोग कुछ भी बर्दाश्त कर सकते हैं, लेकिन बेटियों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं कर सकता है। दलित बेटी के साथ रेप कर उस पर एसिड डाल दिया जाता है। दलित बहन के साथ पति के सामने रेप करते हैं। वीडियो वायरल करते हैं। स्कूलों में पढ़ाने वाले टीचर तक सुरक्षित नहीं है। कार्रवाई करने की बजाय कांग्रेस के नेता पीड़िताओं पर ही झूठ लगाने का आरोप लगा रहे हैं।
राजस्थान वीरों की धरती है। इसलिए इस बार चारों ओर एक ही नारा है कि बहन बेटियों पर अत्याचार नहीं सहेगा राजस्थान। बहन बेटियों पर अत्याचार नहीं सहेगा राजस्थान। दलित पर अत्याचार नहीं सहेगा राजस्थान के नारे लगवाए। अपराध पर लगाम, नहीं सहेगा राजस्थान, पेपर लीक से युवा परेशान नहीं सहेगा राजस्थान, भ्रष्टाचार नहीं सहेगा राजस्थान।
कांग्रेस देश की सबसे बड़ी दिशा विहीन पार्टी बनकर रह गई है। इन दिनों कांग्रेस व सहयोगी दलों ने नया पैंतरा चला है। यह है नाम बदलने का। पहले के जमाने में कोई पीढ़ी, कोई कंपनी बदनाम हो जाए तो तुरंत कंपनी वाले नया बोर्ड लगाकर अपना कारोबार चलाकर लोगों को भ्रमित करने का काम करते हैं। नाम बदलकर अपना धंधा पानी जमाने का काम करते हैं।
कांग्रेस उनके सहयोगियों की जमान ऐसे ही काम कर रहे हैं। यूपीए के कुकर्म लोगों को याद नहीं आए इसलिए आईएनआईडीआईए कर दिया है। इन्होंने नाम बदलकर कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ धोखा कर सके। गरीबों के साथ छलकपट को छिपा सके।
राजस्थान की धरती से बता रहा हूं कि इनका तरीका वही है जो हमेशा देश के दुश्मनों ने अपनाया है। ये तो आईएनडीआईए के नाम से आए हैं। इंडिया नाम में भी ईस्ट इंडिया में भी था। इंडिया नाम भारत भक्ति दिखाने के लिए नहीं लूटने के लिए हिसाब से लगाया गया था।
कांग्रेस के जमाने में सिमी बना, जिसमें भी इंडिया था। मिशन आतंकी हमलों से इंडिया काे बर्बाद करना था। सिमी को बैन किया। नया नाम लगाकर आए, पीएफआई इसमें इंडिया भी है। नाम में इंडिया काम वही पुराना। साथियों ने आईएनडीआईए के नाम से अपने पुराने कारनामों को छिपाना चाहते हैं। इनको इंडिया की परवाह होती तो क्या ये विदेश में जाकर भारत में दखल करने पर बात करते हैं। इंडिया की परवाह होती तो सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते क्या? ये वही चेहरे हैं जो आतंकी हमला होने पर दुनिया के आगे रोते थे। कुछ नहीं करते थे। इन्हें देश की सेना पर भरोसा नहीं है। ये वही चेहरे हैं जिन्होंने हमारे सेनिकों का हक मारा।
वन रैंक वन रैंक पेंशन नहीं दी। भाषा के आधार पर बंटावारा करते हैं। विदेशों से संंबंध में वोट बैंक के आधार पर बनाते हैं। ये लोग इंडिया की बात करते हैं तो दिखावा, छलावा व झूठ लगता है। इन लोगों में अहंकार कूट कूट कर भरा है। एक बार इन्होंने नारा दिया था-इंडिया इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया। तब देश की जनता ने इनको उखाड़ फेंका था। फिर वही पाप दोहराया है। ये बोल रहे हैं इंडिया इज यूपीए और यूपीए इज इंडिया। जनता फिर वही काम करेगी। आजादी का आंदोलन पूरी प्रखरता पर था तब महात्मा गांधी ने नारा दिया था जो देश के लोगों की प्रेरणा दी थी। तब लोग स्कूल कॉलेज छोड़कर लोगों ने जेलें भर दी थी। तब गांधी ने नारा दिया था। आज फिर देश के भविष्य से नारे की जरूरत है। इस नारे को गांव गांव पहुंचाने की जरूरत है। यह नारा था अंग्रेजों इंडिया छोड़ो। अंग्रेजों को देश छोड़कर जाना पड़ा था।
आज वैसे ही गांधी ने यह मंत्र दिया था, आज का मंत्र है भ्रष्टाचार छोड़ो इंडिया, परिवारवाद छोड़ो इंडिया, तुष्टीकरण छोड़ो इंडिया, इज इंडिया ही देश को बताएगा और देश को विकसित इंडिया बनाएगा। राजस्थान के लिए भी नीति साफ है। आने वाले पांच साल में जब भारत तीसरी इकोनॉमी होगा, राजस्थान की बड़ी भूमिका होगी। भाजपा सरकार बनते ही अपराधियों पर कार्रवाई की जाएगी। भाजपा की डबल इंजन सरकार बिना रुके काम कर सकेगी। राजस्थान के विकास के लिए शेखावटी भी पीछे नहीं रहेगा।
शेखावटी हर विधानसभा सीट पर कमल खिलाकर रहेंगे। यह संकल्प है। यह वादा है। साथियों यह ऊर्जा पूरे राजस्थान में हर बूथ पर कमल खिलाएगी। घर घर कमल लेकर जाएगी। भ्रष्टाचारी पिट इंडिया।
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