वीसी बनने का इंतजार कर रहे राजस्थान के प्रोफेसरों का सपना टूटा, सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में पहली महिला कुलपति बनीं डॉ. सुनीता मिश्रा

राज्यपाल मिश्र ने जारी किए नियुक्ति आदेश, जीजीटीयू व बीकानेर में भी वीसी नियुक्त


जयपुर। वीसी बनने का इंतजार कर रहे राजस्थान के प्रोफेसरों का सपना चकनाचूर हो गया है। मेवाड़-वागड़ में उदयपुर की मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी (एमएलएसयू) में लखनऊ व बांसवाड़ा की गुरुगोविंद सिंह जनजाति यूनिवर्सिटी (जीजीटीयू) में ग्वालियर के प्रोफेसर को कुलपति नियुक्ति किया गया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।


राज्यपाल कलराज मिश्र ने राज्य के तीन विश्वविद्यालयों में कुलपति पद पर नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। मिश्र ने विश्वविद्यालयों की कुलपति खोजबीन समिति की सिफारिश पर राज्य सरकार के परामर्श से यह नियुक्तियां की हैं।
मिश्र द्वारा जारी आदेश के अनुसार बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय), लखनऊ की प्रोफेसर एवं डीन होम साइंस विभाग डॉ. सुनीता मिश्रा को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर का, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के वाणिज्य एवं व्यवसाय अध्ययन शाला के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर केशव सिंह ठाकुर को गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय बांसवाड़ा का तथा लखनऊ विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मनोज दीक्षित को महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर का कुलपति नियुक्त किया गया है।

मिश्र ने इनकी नियुक्ति कार्यभार संभालने की तिथि से 3 वर्ष या 70 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक इनमें से जो भी पहले के लिए की है।
आपको बता दें कि राजस्थान के तमाम विश्वविद्यालयों में कई वरिष्ठ प्रोफेसर कुलपति बनने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।

सीएमओ से लेकर राजभवन तक के चक्कर लगा रहे हैं। अब बाहरी प्रोफेसरों की नियुक्ति से उनके सपने चकनाचूर हो चुके हैं। इनमें कई प्रोफेसर तो सीधे तौर पर कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। राज्य में कांग्रेस की सरकार होने से उनको बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोगों की हर मांग पूरी कर बोर्ड गठित कर रहे हैं, लेकिन उनके अपने प्रोफेसरों को वे कुलपति नहीं बना सके। इससे इन लोगों को नाराजगी है।

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