उदयपुर। डॉ.भंवर सुराणा स्मृति समिति, रवींद्र स्पंदन और तनिमा पत्रिका द्वारा ख्यातिनाम पत्रकार एवं शिक्षाविद् डा.भंवर सुराणा की स्मृति में तीन दिवसीय “तनिमा उत्सव“ सम्पन्न हुआ। अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार कोल्हापुर के डॉ.अर्जुन चव्हाण ने की।
मुख्य अतिथि उदयपुर के साहित्य प्रेमी एडीजे कुलदीप शर्मा थे एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती वंदना शर्मा, एमकेजेसी के प्रबंध निदेशक डॉ. एमके जैन गुरूग्राम के कवि राजपाल यादव और रवीन्द्र स्पंदन के संस्थापक डॉ.गोपाल राज गोपाल थे। मुख्य अतिथि शर्मा ने कहा की साहित्य और संस्कृति के कार्यक्रम जीवन में उजास लाते हैं और कविता और शायरी जीवन को नए रास्ते पर लाने में समर्थ हैं।
उन्होंने कहा हमारे देश में काव्य की एक विराट परंपरा है, कबीर तुलसी मीरा आज भी याद किए जाते हैं। कवि सम्मेलन में कवयित्री श्रीमती नीलम शर्मा, कवि डॉ.गोपाल राज गोपाल, चित्रकार व कवयित्री श्रीमती हंस रविंद्र, कवि डॉ. श्रेय सोनी, गीतकार राजेश भटनागर, शायरा डॉ. यासमीन मूमल, युवा शायर व गीतकार अमित शुक्ला, राष्ट्रीय कवि संगम के अध्यक्ष जयपुर के किशोर पारीक, गुरुग्राम से आए कोल इंडिया के पूर्व महाप्रबंधक व कवि राजपाल यादव, सुल्तानपुर (उप्र) के हरिनाथ शुक्ला, जोधपुर के कवि एवं ग़ज़ल कार शैलेंद्र ढड्ढा व मध्य प्रदेश के भोपाल से आए मिर्ज़ा ग़ालिब ग़ज़ल इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष राज़ नवादवी ने समा बांधा।
तनिमा उत्सव की मंच संचालिका व संयोजक कवयित्री डॉ. शकुन्तला सरूपरिया ’शकुन’ ने अपने सुप्रसिद्ध नज्म़- मेरी अंखियों का वो नूर हैं, तारा हैं बेटियां,-गुल सितारा बेटियां, मेरे प्राण मेरी जान बेटियां“ के साथ ही नज्मों,गजलों और लोकगीत “म्हारा पिया परदेसी घर आवेला, म्हारा सपना री झोली भर जावेला“ को मधुर स्वरों में पेश किया। दूसरे दिन के सत्र की अध्यक्षता कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा. उमाशंकर शर्मा ने की। मुख्य अतिथि इंडियन ऑयल के महाप्रबंधक सुप्रसिद्ध कवि नोएडा के आलोक “अविरल“,विशिष्ट अतिथि डा.अर्जुन चव्हाण और डॉ . गोपाल राजगोपाल राजेंद्र सरूपरिया थे। नोएडा से आए कवि,शायर व मुख्य अतिथि आलोक ’अविरल’ ने इस आयोजन के लिए बधाई दी। युवा कवि व शायर जगवीर सिंह, राज़ नवादवी, सूरत के प्रिंस जैन आदि ने तालियां बटौरी।
उदयपुर के कवि मोहन जाट, मेरठ की डॉ.यास्मीन ’मूमल’ ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी। तीसरे दिन इंस्टिट्यूशन ऑफ़ इंजिनियर्स के प्रांगण में जैन सोशल ग्रुप ’लोटस’ की सहभागिता में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय आयोजन में बिलाल पठान, शीतल श्रीमाली, डॉ. राजुल लोढा, डॉ.मीना आत्रेय, दीक्षा भार्गव अनेक स्थानीय प्रतिभाओं ने भी काव्यपाठ किया।
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