जयपुर। पेपर लीक की घटनाओं की रोकथाम की दिशा में गठित एसआईटी के निर्देशन में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप द्वारा स्कूल व्याख्याता प्रतियोगिता परीक्षा 2022 में डमी कैंडिडेट बैठाने के मामले में दो राजकीय व्याख्याता को तो आरएएस प्री परीक्षा 2014 पेपर लीक प्रकरण में लंबे समय से वांछित एक गवर्नमेंट फिजियोथैरेपिस्ट को गिरफ्तार किया गया है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस तकनीकी सेवाएं एवं पेपर लीक की घटनाओं की रोकथाम के लिए गठित एसआईटी के प्रमुख श्री वी के सिंह ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा 17 अक्टूबर 2022 को स्कूल व्याख्याता (स्कूल शिक्षा) प्रतियोगिता परीक्षा 2022 आयोजित कराई गई थी। थाना सिविल लाइन अजमेर में दर्ज प्रकरण में अनुसन्धान के दौरान एसओजी ने बुधवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय साविधर जसवंतपुरा जालोर में राजनीति विज्ञान के व्याख्याता पद पर कार्यरत अभियुक्त अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था।
एडीजी श्री सिंह ने बताया कि अशोक कुमार ने इस परीक्षा में लाखाराम पुत्र जूथा राम निवासी रुचियार थाना भीनमाल जिला जालौर के स्थान पर महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय जालोरी गेट जोधपुर में सामान्य ज्ञान एवं राजनीति विज्ञान विषय की डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दी थी।
श्री सिंह बताया कि इसी प्रकरण में गुरुवार को अर्जुन कुमार पुत्र करनाराम विश्नोई (37) निवासी डूगरवा थाना बागोड़ा जिला जालौर को गिरफ्तार किया गया है। अर्जुन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भागल सेफटा तहसील भीनमाल जिला जालौर में राजनीति विज्ञान विषय के व्याख्याता के पद पर है। इसने परीक्षार्थी लाखाराम और डमी कैंडिडेट अशोक कुमार के बीच कड़ी के रूप में कार्य किया था।
उन्होंने बताया कि आरएएस प्री परीक्षा 2014 पेपर लीक प्रकरण में थाना एसओजी पर दर्ज प्रकरण में लंबे समय से वांछित चल रहे आरोपी कपिल कुमार भारद्वाज पुत्र रमाकांत (36) निवासी मोहन नगर थाना नई मंडी हिंडौन सिटी जिला गंगापुर को एसओजी ने हिरासत में लिया है। कपिल वर्तमान में महुवा हॉस्पिटल में फिजियोथेरेपिस्ट के पद पर पदस्थापित है।
————–
About Author
You may also like
-
उदयपुर में देर रात तक तेज बारिश से मचा हाहाकार : सड़कों पर भरा पानी, ताजिया और सलामी की रस्म देखने निकले लोग भी हुए परेशान…यहां देखें तस्वीरें
-
एसीबी की कार्रवाई में उदयपुर CMHO ऑफिस का अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
-
मध्यप्रदेश में दो कत्ल और एक सवाल : क्या औरत होना अब भी खता है?
-
जंगल के बीच एक जीवनदीप : डॉ. जेके छापरवाल और साथियों की 45 वर्षों की मौन साधना
-
माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली CISF की पहली महिला अधिकारी गीता सामोता को राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने प्रदान किया राष्ट्रपति प्रशंसा पत्र