
आगरा। आगरा में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के आवास पर बुधवार को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। कार्यकर्ताओं ने उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और जबरन घर में घुसने की कोशिश की, जिसके चलते पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई।
बयान से भड़की करणी सेना
मामला रामजी लाल सुमन के हालिया बयान से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने राणा सांगा और बाबर को लेकर टिप्पणी की थी। राज्यसभा में दिए गए उनके इस बयान पर करणी सेना ने कड़ा विरोध जताया और पहले ही ऐलान किया था कि वे मंगलवार को उनके आवास का घेराव करेंगे।

पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत
सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात किया था, लेकिन करणी सेना के कुछ कार्यकर्ता एत्मादपुर बैरिकेडिंग तोड़कर एमजी रोड और संजय प्लेस होते हुए सुमन के घर तक पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया।
इस दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने कॉलोनी का गेट तोड़ने की कोशिश की, जिससे हालात बिगड़ गए। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए, जबकि हरि पर्वत थाना प्रभारी आलोक कुमार सहित कुछ पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए।
कई प्रदर्शनकारी हिरासत में, इलाके में सुरक्षा कड़ी

स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। इलाके में अभी भी पुलिसबल तैनात है और हालात नियंत्रण में हैं।
क्या कहा था सांसद रामजी लाल सुमन ने?
बीते शुक्रवार को राज्यसभा में चर्चा के दौरान रामजी लाल सुमन ने कहा था—
“मैं जानना चाहूंगा कि बाबर को आखिर लाया कौन था? इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा लेकर आया था।”
उनके इस बयान पर राजस्थान की उप-मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने आपत्ति जताई थी।
सुमन की सफाई
सोमवार को समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा—
“शुक्रवार को संसद में गृह मंत्रालय के कामकाज के दौरान मैंने कहा था कि हिंदुस्तान में बाबर को राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था। मेरा मक़सद किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनका किसी जाति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।
बवाल के बाद क्या अगला कदम?
फिलहाल प्रशासन हाई अलर्ट पर है, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगरा दौरा भी प्रस्तावित है। इस घटना के बाद सपा और करणी सेना के बीच विवाद और बढ़ सकता है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।
आगे देखना होगा कि इस बयान और विरोध प्रदर्शन के बाद राजनीतिक माहौल किस दिशा में जाता है।
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