नाबालिग बच्ची के अपहरण का सनसनीखेज खुलासा: झालावाड़ पुलिस ने गुजरात ले जाई जा रही बच्ची को बचाया

    झालावाड़। जिले के झालरापाटन से तीन दिन पहले लापता हुई 13 साल की बच्ची को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। बच्ची को अगवा कर गुजरात ले जाया जा रहा था, जहां उसकी शादी 25 साल के एक युवक से कराने की साजिश थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला और उसका प्रेमी भी शामिल है।
    पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि 19 सितंबर को झालरापाटन थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि 18 सितंबर की सुबह 5वीं में पढ़ने वाली एक 13 साल की नाबालिग लड़की स्कूल जाने के बाद वापस नहीं लौटी। जांच के दौरान ममता गुर्जर नामक महिला की भूमिका संदिग्ध पाई गई, क्योंकि घटना वाले दिन वह बच्ची के साथ देखी गई थी। घटना के बाद से वह भी गायब थी और उसका फोन बंद था।
    मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजी लाल मीणा और पुलिस उपाधीक्षक सुरेश कुमार कूड़ी के सुपरविजन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। तकनीकी जांच और खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस को पता चला कि आरोपी महिला ममता गुर्जर अपने प्रेमी माखन के साथ जयपुर में है। झालावाड़ पुलिस ने जयपुर पुलिस से संपर्क किया, जिनके सहयोग से दोनों को हिरासत में ले लिया।
    पूछताछ में ममता ने खुलासा किया कि उसने अपनी बहन के बेटों धनराज और मोहन के साथ मिलकर लड़की को गुजरात रवाना कर दिया है, जहां उसकी शादी 25 साल के मोहन से कराने की योजना थी। इसके बाद झालावाड़ पुलिस ने जालोर पुलिस से समन्वय स्थापित किया। जालोर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गुजरात पहुंचने से पहले ही सांचौर से बच्ची को सुरक्षित दस्तयाब कर लिया और दोनों आरोपियों धनराज और मोहन को भी गिरफ्तार कर लिया।
    मामले में पुलिस ने आरोपी महिला ममता गुर्जर पत्नी दिनेश (25) निवासी झालरापाटन, कथित प्रेमी माखन सिंह किराड पुत्र भेरू सिंह (25) निवासी अकलेरा और बहन के दोनों बेटों धनराज गुर्जर पुत्र भगत राम (19) और उसके भाई मोहन गुर्जर (25) निवासी पचपहाड़ थाना भवानी मंडी हाल मंदसौर मध्य प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया है।
    इस पूरे ऑपरेशन में थाना झालरापाटन से थानाधिकारी हरलाल मीणा, सहायक उप निरीक्षक बने सिंह, हेड कांस्टेबल सीताराम, कांस्टेबल बाबूलाल, मुकेश, किशोर कुमार, करण सिंह, उमंग, सूरज, पवन कुमार, महिला कांस्टेबल रेखा शर्मा और हेमलता शामिल थीं। इसके अतिरिक्त जिला स्पेशल टीम के कांस्टेबल रवि सेन, सदर थाना के हेड कांस्टेबल गौतम चंद, जयपुर पुलिस टीम के निरीक्षक गुर भूपेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल कान सिंह, अभय सिंह, मुन्ना राम और कांस्टेबल राजेश, संजीव का विशेष योगदान रहा। जालोर पुलिस टीम से निरीक्षक देवेंद्र सिंह कछवाहा, सहायक उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह राव, हेड कांस्टेबल जब्बर सिंह और कांस्टेबल सेवाराम, पंकज, हडमानाराम ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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