Editor’s comment : नगर निगम का अतिक्रमण निरोधी दस्ता अतिक्रमण मान कर जिस दुकान को हटाने गया वो उस दुकान में नशे का कारोबार होता रहा। दरअसल इस दुकान से मादक पदार्थ और बीयर की बोतलें मिली। यह एक घटना है और चेतावनी भी। उदयपुर शहर में ऐसी सैकड़ों दुकानें होगी, जहां अवैध रूप से नशे का कारोबार चल रहा है। चंद ग्राम नशीला पदार्थ पकड़ कर पुलिस अपनी पीठ थपथपाती रही है। युवाओं और उनके भविष्य को बचाने में पुलिस के ये प्रयास नाकाफी है। उड़ता पंजाब की तरह उदयपुर कब उड़ने लगेगा, लोगों को पता भी नहीं चलेगा। नशे के मामले में पुलिस को ठीक उसी तरह काम करने की जरूरत है, जिस प्रकार पुलिस ने हालही नई तकनीक से कार चोरी करने वालों को अपराध को अंजाम देने से पहले ही पकड़ लिया था। इसके लिए सरकार को भी पुलिस की तारीफ करनी चाहिए और पुरस्कृत करना चाहिए, लेकिन नशे पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को और कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।
यहां से पढ़ें अतिक्रमण की खबर
उदयपुर। नगर निगम का शहर में अतिक्रमण विरोधी अभियान जारी है। मंगलवार को निगम की टीम ने रेती स्टैंड क्षेत्र में अवैध निर्माण ढहाए। इसी दौरान एलआईसी भवन के पास केबिन में नशे की दुकान का खुलासा हुआ। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। दुकान से प्रतिबंधित मादक पदार्थ एमडीएम के अलावा बीयर की कई बोतलें बरामद हुईं।
निगम का दस्ता जब रेती स्टैंड पर कार्रवाई के लिए पहुंचा तब लोगों ने बताया कि यहां केबिन की एक दुकान का संचालक मादक पदार्थ के अलावा बीयर तथा शराब की खुलेआम अवैध रूप से बिक्री करता है। केबिन के सरकारी भूमि पर होने पर निगम के दस्ते ने जैसे ही उसे क्रेन के जरिए उठाया तो उसमें से कांच की बोतलें के बजने की आवाज आई।
केबिन निगम के कर्मचारी का
पता चला जिस केबिन से मादक पदार्थ तथा बीयर की बोतलें बरामद हुई, वह निगम के एक कर्मचारी का था। निगम ने हालांकि उसके मालिक का नाम का खुलासा नहीं किया लेकिन बताया कि उस केबिन को निगम के कर्मचारी ने साढ़े तीन हजार रुपए प्रति महीने किराए पर उठा रखा था।
इधर, यूडीए की तीतरड़ी में कार्रवाई
इधर, उदयपुर विकास प्राधिकरण ने मंगलवार को तीतरड़ी क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की। शोभागपुरा 80 फीट रोड पर डिवाइडर पर लगाए मार्बल स्लैब भी हटा दिए। आयुक्त राहुल जैन के मुताबिक यूडीए के दस्ते ने शोभागपुरा से पूलां जाने वाली अस्सी फिट रोड पर जमे अतिक्रमणकारियों को हटाकर अभियान की शुरुआत की। तहसीलदार अभिनव शर्मा के निर्देशन में चली कार्रवाई में तीतरड़ी स्थित रजत विहार योजना में बिना पट्टे लिए कराए जा रहे निर्माण ध्वस्त किए।
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