उदयपुर। चुनाव आयोग ने सोमवार को पांच राज्यों के चुनावों की तारीख घोषित कर दी। मौसम में बदलाव से गर्मी कम हुई है, लेकिन राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है।
चुनाव आयोग ने राजस्थान में मतदान की तारीख 23 नवंबर मुकर्रर की है, लेकिन इस दिन मतदान को लेकर लोगों ने आपत्ति दर्ज करवाई है।
दरअसल 23 नवंबर को इस देवउठनी एकादशी है और संपूर्ण राजस्थान में हजारों विवाह पूर्व निश्चित है… ऐसी स्थिति में लाखों मतदाता उस दिन मतदान के लिए वंचित हो सकते हैं।
इस तिथि को बदलवाये जाने की आवश्यकता है, अन्यथा निर्वाचन विभाग का मूल उद्देश्य “कोई मतदाता नहीं छूटे” एक मजाक बनकर रह जायेगा।
तारीख बदलवाने को लेकर अजमेर के वरिष्ठ अधिवक्ता अजय वर्मा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर राजस्थान में मतदान की तारीख बदलने की मांग की है।
चुनाव आयोग ने देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा की है। ये इस साल के आखिरी चुनाव हैं। ये चुनाव सेमीफाइनल तो नहीं कहे जाएंगे। लेकिन 2024 के आम चुनाव के हिसाब से सभी राजनीतिक दलों के लिए रिहर्सल जैसे जरूर हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के मुताबिक, चुनाव का पहला चरण 7 नवंबर को शुरू होगा और आखिरी चरण के वोट 30 नवंबर को डाले जाएंगे – वोटिंग के साथ ही नतीजे 3 दिसंबर को आने की संभावना है.
पांचो राज्यों में कुल चार चरणों में वोटिंग होगी. सिर्फ छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होंगे बाकी राज्यों में एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे. शुरुआत मिजोरम से 7 नवंबर को होगी। जबकि आखिरी चरण में तेलंगाना विधानसभा के लिए 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। सभी राज्यों में मतगणना 3 दिसंबर को होगी।
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