नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के चलते अस्थाई रूप से बंद किए गए देश के 32 एयरपोर्ट्स को अब फिर से नागरिक उड़ानों के लिए खोल दिया गया है। भारत सरकार द्वारा 7 मई को सुरक्षा कारणों से इन एयरपोर्ट्स पर सिविल एविएशन सेवाएं स्थगित कर दी गई थीं। लेकिन 15 मई सुबह 5:29 बजे के बाद से सभी एयरपोर्ट्स पर उड़ान संचालन को हरी झंडी दे दी गई है।
एएआई की प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने सोमवार को एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम के बाद अब स्थिति सामान्य हो रही है और सभी 32 एयरपोर्ट्स पर नागरिक उड़ानों की अनुमति दी जा रही है। बयान में यह भी कहा गया कि उड़ानों की पूरी बहाली में थोड़ा समय लग सकता है, ऐसे में यात्रियों को सावधानीपूर्वक यात्रा योजना बनाने की सलाह दी जाती है।
यात्रियों को अलर्ट रहने की सलाह
एएआई और एयरलाइंस कंपनियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति की पुष्टि संबंधित एयरलाइंस की वेबसाइट या कस्टमर केयर से कर लें। यात्रा से पहले सभी जरूरी अपडेट प्राप्त करना ज़रूरी है ताकि किसी असुविधा से बचा जा सके।
इंडिगो एयरलाइंस ने जारी की ट्रैवल एडवाइजरी
इंडिगो एयरलाइंस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक ट्रैवल एडवाइजरी साझा करते हुए बताया कि सभी एयरपोर्ट्स पर अब नागरिक उड़ानें शुरू की जा रही हैं। हालांकि कंपनी ने यह भी कहा कि पूरी सेवाएं सामान्य रूप से शुरू होने में कुछ समय लग सकता है।
एयरलाइन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे एयरपोर्ट समय से पहले पहुंचें और अपनी फ्लाइट से संबंधित अपडेट लगातार लेते रहें। भीड़भाड़ या प्रशासनिक प्रक्रियाओं में संभावित देरी को ध्यान में रखते हुए कुछ अतिरिक्त समय लेकर यात्रा करना सुरक्षित होगा।
एयरस्पेस बंद होने की पृष्ठभूमि
7 मई को भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के कारण सुरक्षा एहतियात के तौर पर कई एयरपोर्ट्स को तत्काल प्रभाव से नागरिक विमानों के लिए बंद कर दिया गया था। इनमें मुख्य रूप से उत्तर भारत के एयरपोर्ट्स जैसे श्रीनगर, पठानकोट, जम्मू, अमृतसर, लेह, हिसार, भटिंडा आदि शामिल थे। यह बंदी एक सुरक्षा उपाय के तौर पर लागू की गई थी ताकि सैन्य और रणनीतिक गतिविधियों में कोई बाधा न आए।
सामान्य स्थिति की ओर वापसी
भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्षविराम और कूटनीतिक प्रयासों के चलते अब स्थिति नियंत्रण में मानी जा रही है। सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले से ना केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और अन्य नागरिक गतिविधियों पर पड़े असर को भी कम किया जा सकेगा।
क्या है आगे की रणनीति?
हालांकि एयरपोर्ट्स खोल दिए गए हैं, लेकिन प्रशासन इस पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। यदि कोई नया तनाव उत्पन्न होता है, तो संभावित सुरक्षा उपायों के तहत फिर से अस्थाई रोक लगाई जा सकती है।
भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्षविराम के बाद यह फैसला नागरिक जीवन में सामान्य स्थिति की ओर एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है। हालांकि यात्रा से पहले जानकारी लेना और सावधानी बरतना अब भी आवश्यक है।
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