
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज 14वें दिन दिल्ली के किसानों से मुलाकात की
शिवराज सिंह ने किसान चौपाल में चर्चा की, कृषि-ड्रोन तकनीक का अवलोकन किया
केंद्र की हर कृषि योजना का लाभ अब दिल्ली के किसानों को भी मिलेगा– श्री शिवराज सिंह
अब कृषि योजनाएं बंद कमरों में नहीं,  खेतों में बनेंगी-  शिवराज सिंह चौहान
फसल विविधीकरण, बाजारोन्मुखी खेती व बागवानी आधारित मॉडल पर विशेष जोर-श्री चौहान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में दिल्ली के किसानों की तकदीर व तस्वीर बदलेंगे- श्री चौहान
‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के जरिए अब-तक 1 करोड़ 8 लाख किसानों से संवाद
कल गुजरात के बारडोली में होगा ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का औपचारिक समापन
श्री शिवराज सिंह चौहान गुजरात पहुंचकर किसानों से करेंगे बातचीत
वैज्ञानिकों की 2,170 टीमें कल के समापन कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शामिल होंगी
विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. एम. एल. जाट व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों के साथ दिल्ली के बाहरी इलाके स्थित तिगिपुर गांव का दौरा कर किसानों से संवाद किया। इस अभियान के जरिए किसानों की समस्याएं सुनने, किसान-वैज्ञानिक संवाद स्थापित करने और कृषि में प्रौद्योगिकी को तेज गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है।


केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सबसे पहले तिगिपुर में किसान चौपाल में किसानों से बातचीत की। जहां उन्होंने बीज उत्पादन, पॉलीहाउस खेती, स्ट्रॉबेरी उत्पादन और अन्य उच्च मूल्य फसलों से जुड़े उत्पादन को लेकर किसानों से संवाद किया। उन्होंने नवाचार करने वाले किसानों के अनुभव को जाना और उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रगतिशील किसान देश की नई खेती के अग्रदूत हैं।
इसके बाद चौहान ने ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन देखा जिसमें कीटनाशकों और पोषक तत्वों के छिड़काव की आधुनिक विधियों को प्रस्तुत किया गया। उन्होंने वैज्ञानिकों से तकनीक की लागत, प्रभावशीलता और अनुकूलन के बारे में जानकारी ली। मंत्री जी ने पैदल भ्रमण कर नर्सरी का भी अवलोकन किया, अन्य किसानों से चर्चा की, उनकी खेती-बाड़ी से जुड़ी बातें जानीं।


सभा को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब अनुसंधान बंद कमरों में नहीं, खेतों में किसानों के साथ मिलकर होगा। वैज्ञानिक गांव-गांव पहुंचकर जो फीडबैक लाएंगे, उसी के आधार पर किसानों के लिए योजनाएं बनाई जाएंगी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पिछले 15 दिनों में देशभर में आईसीएआर की 2,170 टीमों ने किसानों के बीच जाकर तकनीक और शोध संबंधी जागरूकता फैलाई है। किसानों की समस्याओं को सुनकर जो समाधान मिल सके, उसके लिए त्वरित कार्य किया गया है और बाकी पर गंभीरता से प्रयास जारी हैं। कृषि मंत्री ने किसानों को मिट्टी की घटती उर्वरता पर बात की और आग्रह किया कि “मिट्टी की जांच अवश्य कराएं, और सॉइल हेल्थ कार्ड के आधार पर फसल का चयन करें। यही टिकाऊ कृषि का आधार है।” उन्होंने बताया कि सरकार का विशेष फोकस अब फसल विविधीकरण, बाजारोन्मुखी खेती, और बागवानी आधारित मॉडल पर है। उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे क्षेत्रों को बागवानी हब के रूप में विकसित किया जा सकता है क्योंकि यहां बाजार की उपलब्धता बहुत मजबूत है।

चौहान ने कहा, अब तकनीक के बिना खेती में प्रतिस्पर्धा संभव नहीं। खेती हो या मार्केटिंग – दोनों में किसानों को प्रौद्योगिकी का सहयोग लेना होगा। केंद्र सरकार इसके लिए हर स्तर पर सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।

कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि अब-तक दिल्ली के किसान केंद्र सरकार की कई योजनाओं से वंचित थे, लेकिन अब यह स्थिति बदलेगी। दिल्ली के किसान अब आत्मनिर्भर भारत के सपनों में पूरी भागीदारी निभाएंगे। केंद्र की हर कृषि योजना का लाभ अब दिल्ली के किसानों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि कई योजनाएं हैं जिनमें प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम-आशा), मूल्य समर्थन योजना, मूल्य घाटा भुगतान योजना, बाजार हस्तक्षेप योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना व अन्य प्रावधान जिनमें अनुदान देना, पाली हाउस और ग्रीन हाउस बनाने के लिए केंद्र से सब्सिडी शामिल हैं, जिससे अब-तक दिल्ली के किसान वंचित रहे हैं। इसके साथ ही परंपरागत कृषि विकास योजना, नए बाग लगाने के लिए योजना, पुराने बागों के जीर्णोद्धार के लिए योजना, नर्सरी के लिए योजना सब्सिडी की योजनाएं, कृषि उपकरणों पर सब्सिडी, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनाओं का लाभ भी दिल्ली के किसानों तक नहीं पहुंच पाया है। लेकिन अब ये सारी योजनाएं दिल्ली में लागू की जाएंगी। दिल्ली सरकार से इस संबंध में प्रस्ताव मांगा गया है। इलेक्ट्रॉनिक कांटे व खाद की खरीद के लिए भी मदद की जाएगी। किसान अपनी खून-पसीने से देश के अन्न भंडार भर रहे हैं। अपने किसानों की उन्नति के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर से दोहराया कि नकली कीटनाशकों और उर्वरक बनाने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी हमारे किसानों के साथ धोखाधड़ी या गड़बड़ी करेगा उसको बक्शा नहीं जाएगा। सरकार इस संबंध में कड़ा कानून लाने जा रही है।
अंत में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हम दिल्ली के किसानों की तकदीर और तस्वीर बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
15 दिवसीय इस अभियान का समापन कल गुजरात के बारडोली में होगा। विभिन्न राज्यों के दौरे के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री कल गुजरात पहुंचेंगे। अब-तक इस अभियान से जरिए वैज्ञानिकों की 2,170 टीमों ने लगभग एक करोड़ आठ लाख किसानों से संवाद किया है।
About Author
You may also like
- 
                
NBA Best Bets: Heat vs. Clippers Prop Bets for Monday 3 Nov
 - 
                
DMK Takes Battle Over Electoral Roll Revision in Tamil Nadu to the Supreme Court
 - 
                
Lenskart IPO Price Sparks Concern Over Indian Startup Valuations | Lenskart IPO GMP
 - 
                
हरमाड़ा, जयपुर : मौत बनकर दौड़ा डंपर, 13 लोगों की चीखें हाईवे पर थम गईं
 - 
                
खान सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक : 49वां खान सुरक्षा सप्ताह शुरू