पश्चिमी सीमा पर नापाक हमला, भारतीय सेना का करारा जवाब : नियंत्रण रेखा पर सीज़फायर उल्लंघन, उरी और राजौरी में धमाके

नई दिल्ली/श्रीनगर। भारतीय सेना ने शुक्रवार को पुष्टि की कि पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाओं ने 8 और 9 मई की मध्यरात्रि को पूरे पश्चिमी सीमा क्षेत्र में एक साथ कई हमले किए। इनमें ड्रोन और अन्य आधुनिक हथियारों का प्रयोग किया गया, साथ ही जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्ष विराम के कई उल्लंघन भी हुए।

भारतीय सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (ADG PI) ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक आधिकारिक बयान और वीडियो साझा करते हुए कहा, “पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने आठ और नौ मई की रात को पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों से हमले किए। साथ ही नियंत्रण रेखा पर कई बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।”

भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों और सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के चलते इन ड्रोन हमलों को समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया। भारतीय सेना ने LoC पर हुई गोलीबारी का भी मुंहतोड़ जवाब दिया है।

उरी सेक्टर में भारी गोलाबारी, राजौरी में ब्लैकआउट

श्रीनगर से बीबीसी संवाददाता माजिद जहांगीर के मुताबिक, गुरुवार रात करीब 11 बजे उरी सेक्टर में भारी गोलाबारी शुरू हुई। सीमा के पास कई नागरिक इलाकों को निशाना बनाया गया, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल रहा।

वहीं, राजौरी से बीबीसी संवाददाता दिव्या आर्या ने बताया कि हमले के समय पूरे इलाके में ब्लैकआउट कर दिया गया था। अचानक हुई इस स्थिति के कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए और प्रशासन ने भी नागरिकों को अलर्ट रहने की सलाह दी।

पाकिस्तानी मंत्री ने दी सफाई, लेकिन सवाल बरकरार

भारतीय मीडिया में खबरें आने के कुछ ही देर बाद इंटरनेशनल मीडिया ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि, “पाकिस्तान ने कोई हमला नहीं किया है और जम्मू-कश्मीर की स्थिति से हमारा कोई संबंध नहीं है।” हालांकि, भारत में सैन्य सूत्र इस बयान को “राजनीतिक बचाव” मानते हैं और मानते हैं कि यह हमले पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व की सीधी योजना का हिस्सा थे।

भारतीय सेना की रणनीतिक प्रतिक्रिया

भारतीय सेना के मुताबिक, जवाबी कार्रवाई में सीमापार पाकिस्तानी चौकियों और लॉन्च पैड्स को निशाना बनाया गया है। रक्षा सूत्रों का दावा है कि पाकिस्तान को इस जवाबी हमले में भारी नुकसान पहुंचा है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है।

भारतीय सेना ने दोहराया है कि देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाया जाएगा। सेना ने कहा, “भारत की सुरक्षा से समझौता नहीं होगा। सभी नापाक मंसूबों का निर्णायक और बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा।”

क्या यह बड़ा सुरक्षा संकट है?

विश्लेषकों का मानना है कि यह हमला भारत-पाक संबंधों में एक नए तनाव का संकेत हो सकता है। हाल ही में कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों में तेजी और भारत द्वारा पूरे देश में कराए जा रहे मॉक ड्रिल्स को पाकिस्तान ने उकसावे के रूप में देखा हो सकता है।

भारत सरकार की ओर से इस मुद्दे पर आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतज़ार है, लेकिन रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय में उच्चस्तरीय बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। NSA और सेना प्रमुख घटनास्थलों की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।

 

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