
उदयपुर। हिंदुस्तान जिंक द्वारा संचालित जिंक स्किल सेंटर, उदयपुर में आयोजित जॉब फेयर ने सैकड़ों युवाओं की ज़िंदगी को नई दिशा दी। इस आयोजन में बीपीओ, पर्यटन, आतिथ्य, बैंकिंग और माइक्रोफाइनेंस जैसे विविध क्षेत्रों से 30 प्रतिष्ठित कंपनियाँ एक साथ मंच पर आईं। एचडीएफसी बैंक, अन्नपूर्णा फाइनेंस, रिलायंस रिटेल, आर्कगेट और सज्जन पैलेस जैसे बड़े नामों ने इस पहल में सक्रिय भागीदारी निभाई।
200 से अधिक प्रशिक्षित युवाओं ने इस मौके का लाभ उठाया, जो उदयपुर, दरीबा और जावर क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। इस फेयर ने उन्हें न केवल रोजगार के अवसर दिए, बल्कि आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की ओर भी एक मजबूत कदम बढ़ाया।
प्रेरणा बनीं सूफिया सूफी
कार्यक्रम की खास बात रही हिंदुस्तान जिंक की हेल्थ एंड फिटनेस ब्रांड एंबेसडर और अल्ट्रामैराथन रनर सूफिया सूफी की उपस्थिति। उन्होंने अपनी संघर्ष और जुनून भरी यात्रा को साझा कर युवाओं को बड़ा सोचने और कभी हार न मानने की प्रेरणा दी। उनका संदेश युवाओं के दिलों में ऊर्जा भर गया।
कौशल से करियर की ओर
यह जॉब फेयर न केवल एक अवसर था, बल्कि एक मिशन का हिस्सा भी—जिसका लक्ष्य है रोजगार योग्य कौशल प्रदान करना और उद्योग की ज़रूरतों से युवाओं को जोड़ना। इस दौरान नियोक्ताओं और जिंक स्किल सेंटर की टीम के बीच हुई चर्चाओं ने कौशल विकास और बेरोजगारी के बीच की खाई को पाटने की रणनीतियों को और भी मज़बूत किया।
हज़ारों युवाओं को नई राह
हिंदुस्तान जिंक की यह पहल अब तक 7000 से अधिक ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित कर चुकी है, जिनमें 40% महिलाएं शामिल हैं। इन्हें खुदरा, सुरक्षा, ग्राहक सेवा, फूड एंड बेवरेज, इलेक्ट्रिशियन, माइक्रोफाइनेंस और अन्य क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर विभिन्न शहरों—जैसे कि बेंगलुरु, हैदराबाद, अजमेर, लोनावला, साणंद आदि—में रोजगार दिलाया गया है।
दरीबा, आगुचा, कायड़, जावर और उदयपुर में संचालित जिंक स्किल सेंटर्स आज रोजगार और आत्मनिर्भरता के सशक्त केंद्र बन चुके हैं। यहाँ के अल्पकालिक, व्यावहारिक और बाजार उन्मुख पाठ्यक्रम युवाओं को न केवल नौकरी पाने में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें उद्यमिता की ओर भी प्रेरित करते हैं।
About Author
You may also like
-
एकता की प्रतिमा : प्रयागराज में तिरुवल्लुवर का अनावरण – भाषाओं के संगम से संकल्प की एक नई धारा
-
रानी अहिल्याबाई होल्कर : भारतीय इतिहास की आदर्श शासिका
-
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, “लैवेंडर ने जम्मू-कश्मीर के छोटे से शहर भद्रवाह को राष्ट्रीय पहचान दिलाई है और भारत के आर्थिक विकास में भी भूमिका निभाई
-
फिटनेस, देशभक्ति और पर्यावरण का संगम: फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल की तिरंगा रैली
-
विद्या, सेवा और ममत्व की मूर्त रूप थीं — सरस्वती सिंघल को विद्या भवन परिवार की भावभीनी श्रद्धांजलि