जयपुर। राजस्थान पुलिस के 76वें स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने न सिर्फ हौसला बढ़ाया, बल्कि राजस्थान पुलिस को मजबूत और सशक्त बनाने की दिशा में कई सकारात्मक घोषणाएं भी कीं। राजधानी जयपुर स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों की भलाई के लिए पांच बड़ी सौगातों का ऐलान किया।
पुलिसकर्मियों को मिला सम्मान और सुविधा का तोहफा
मुख्यमंत्री ने मंच से ऐलान किया कि वर्दी भत्ता 7 हजार से बढ़ाकर 8 हजार और मेस भत्ता 2400 से बढ़ाकर 2700 रुपए कर दिया गया है। साथ ही अब पुलिसकर्मियों को रोडवेज की एक्सप्रेस और सेमी डीलक्स बसों में भी निशुल्क यात्रा की सुविधा मिलेगी, जो उनके कार्यभार को कुछ हद तक हल्का करने का प्रयास है।
मॉडर्न पुलिस के लिए 200 करोड़ का फंड
राज्य की कानून-व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए सीएम ने 200 करोड़ रुपये के ‘पुलिस मॉडर्नाइजेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड’ की घोषणा की। इसके तहत पुलिस को आधुनिक संसाधनों और उपकरणों से लैस किया जाएगा, जिससे अपराध पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सकेगा।
10 हजार नई भर्तियों से मिलेगी नई ऊर्जा
प्रदेश में पुलिस बल को और अधिक सशक्त बनाने के लिए 10 हजार पदों पर भर्ती को मंजूरी दी गई है। साथ ही 5500 नए पदों का सृजन किया गया है और 3500 पदों का प्रस्ताव भी तैयार है। इससे युवाओं को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे और पुलिस बल को नई ऊर्जा मिलेगी।
महिला सुरक्षा को प्राथमिकता
सीएम ने महिला सुरक्षा को लेकर भी बड़ा कदम उठाते हुए पद्मिनी, कालीबाई और अमृता देवी महिला बटालियन के गठन को मंजूरी दी है। इससे नारी शक्ति को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में राजस्थान ने एक और अहम कदम बढ़ाया है।
साइबर सुरक्षा के लिए आधुनिक नियंत्रण केंद्र
राजस्थान पुलिस अब साइबर अपराधों से मुकाबला करने के लिए और अधिक तैयार होगी। 350 करोड़ रुपये की लागत से सरदार पटेल सेंटर फॉर साइबर कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी, जो राज्य की साइबर सुरक्षा को नई ऊंचाई देगा।
एक सकारात्मक पहल
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की घोषणाएं यह संदेश देती हैं कि सरकार पुलिस बल को न केवल सम्मान दे रही है, बल्कि उसे भविष्य की जरूरतों के अनुरूप तैयार करने की दिशा में भी गंभीर है। राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस पर यह पहल न केवल एक सम्मान है, बल्कि राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की ओर एक सार्थक और सकारात्मक कदम भी है।
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