एमपीयूएटी की 21वीं अनुसंधान परिषद बैठक : जलवायु परिवर्तन, पेटेंट व आय सृजन पर हुआ मंथन
विशेषज्ञ बोले – अब समय है नवाचार, मूल्य संवर्धन और जलवायु समाधान पर ध्यान देने
विशेषज्ञ बोले – अब समय है नवाचार, मूल्य संवर्धन और जलवायु समाधान पर ध्यान देने
उदयपुर। वेदांता समूह की प्रमुख इकाई और दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी
3,823 करोड़ का निवेश, 10 मिलियन टन वार्षिक क्षमता वाला संयंत्र भीलवाड़ा जिले के रामपुरा
उदयपुर। पर्यावरण संरक्षण और सस्टेनेबल इंडस्ट्री प्रैक्टिस की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए,
उदयपुर। भारत की अग्रणी गैर-लौह धातु उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक ने विश्व पर्यावरण दिवस के
उदयपुर। जब कोई उद्योगपति सोशल मीडिया के ज़रिए किसी राज्य की संभावनाओं को लेकर अपनी
उदयपुर। जब माइन से मेटल तक की यात्रा डिजिटल हो जाए, तो समझ लीजिए वक्त
उदयपुर। देश की औद्योगिक प्रगति की एक चमकदार मिसाल बनी है हिन्दुस्तान ज़िंक लिमिटेड। वेदांता