हिंदुस्तान जिंक द्वारा डीजीएमएस के तत्वावधान में खदानों में स्वास्थ्य, सुरक्षा और हितों पर चर्चा

उदयपुर। खान सुरक्षा महानिदेशालय उदयपुर के तत्वाधान में हिंदुस्तान जिंक द्वारा 23वीं त्रिपक्षीय समिति की बैठक का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। बैठक में खदानों में काम करने वाले लोगों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और कल्याण पर चर्चा की गयी। बैठक में उप महानिदेशक खान सुरक्षा उत्तर-पश्चिम क्षेत्र, आर.टी. मांडेकर, हिंदुस्तान जिंक के मुख्यकार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा एवं हिंदुस्तान जिंक वर्कर फेडरेशन के महासचिव केएस शक्तावत उपस्थिति थे। बैठक की अध्यक्षता केएस शक्तावत ने की जिसमें समिति ने खनन क्षेत्र में सुरक्षा प्रथाओं को बढ़ाने और मानकों को बढ़ाने के उद्देश्य से गहन चर्चा की।

बैठक के दौरान आर.टी. मांडेकर ने वेंटिलेशन को प्राथमिकता देने के महत्व पर बल दिया, उन्होंने वार्षिक आधार पर कार्रवाई योग्य योजनाओं, प्रभावी कार्यान्वयन और पूर्वानुमान परिणामों के साथ दुर्घटना और नियर मिस विश्लेषण प्रस्तुतियों की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह वार्षिक बैठक सभी ऑपरेशनों में सुरक्षा पहल की संस्कृति को और मजबूत करेगी।

बैठक के दौरान हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि, “हिंदुस्तान जिंक में हमारे लिए सुरक्षा सर्वोपरि है। डीजीएमएस के साथ आयोजित त्रिपक्षीय बैठक से मिली सीख जीरो हार्म ऑपरेशंस के हमारे दृष्टिकोण के लिए हमारी खान सुरक्षा को समझने और मजबूत करने के बेहतरीन तरीकों में से एक है। हम पहले सुरक्षा की संस्कृति को सुनिश्चित करने के लिए लगातार अनुकूलन कार्य करते हैं, एवं हमारें कर्मचारियों और डीजीएमएस की सहायता से, हम अपने खनन को सुरक्षित, स्मार्ट और सस्टेनेबल बनाने की ओर अग्रसर हैं।

वेदांता समूह की कंपनी और भारत में जिंक, सीसा और चांदी का सबसे बड़ा और एकमात्र एकीकृत उत्पादक हिंदुस्तान जिंक कार्यस्थल पर जीरो हार्म हेतु प्रतिबद्ध है। त्रिपक्षीय समिति की बैठक से सहयोग को बढ़ावा देने और क्षेत्र के भीतर सुरक्षित कार्य वातावरण स्थापित करने एवं सामूहिक प्रयासों को एकजुट करने के लिए महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।

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