फतहसागर झील में टला बड़ा हादसा : सुझबूझ और धैर्य ने बचाई कई ज़िंदगियां

उदयपुर। प्राकृतिक आपदाएं कभी भी और कहीं भी दस्तक दे सकती हैं, लेकिन जब इंसानी सूझबूझ, त्वरित निर्णय और सामूहिक समझदारी सामने आती है, तो सबसे बड़ा खतरा भी टल सकता है। सोमवार दोपहर फतहसागर झील में घटी एक घटना ने यही साबित किया — जहां एक बड़ा हादसा टल गया, और कई जिंदगियां सुरक्षित रहीं।


शहर के इस प्रमुख पर्यटन स्थल पर रोज़ाना की तरह पर्यटक नाव में सवार होकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले रहे थे। दोपहर करीब अचानक मौसम ने करवट ली और अंधड़ के साथ तेज़ बारिश शुरू हो गई। ठीक उसी समय, एक नाव पर्यटकों को लेकर नेहरू गार्डन की ओर बढ़ रही थी। हालात तेजी से बिगड़े — तेज हवा के झोंकों ने नाव को असंतुलित कर दिया और पलभर के लिए माहौल में घबराहट फैल गई।


लेकिन ऐसे नाजुक समय में नाविकों और पर्यटकों की समझदारी ने वह कर दिखाया जो शायद किसी प्रशिक्षण से नहीं सीखा जा सकता — उन्होंने घबराने की बजाय संयम रखा। नाविकों ने पूरी ताकत और तकनीक से नाव को संतुलित रखने का प्रयास किया, वहीं पर्यटकों ने उनके निर्देशों का पालन करते हुए स्थिति को और कठिन नहीं बनने दिया। नतीजा यह रहा कि तेज़ हवा और बारिश के बावजूद नाव पलटी नहीं, एक बड़ा हादसा टल गया।


इस बीच प्रशासन भी सतर्कता से हरकत में आया। जिला कलेक्टर नमित मेहता और उदयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायज़ा लिया। यूडीए और एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड में आ गईं। नाव में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।


आयुक्त राहुल जैन ने जानकारी दी कि हादसे के वक्त नाव पहले ही रवाना हो चुकी थी, जैसे ही मौसम बिगड़ा, बाकी सभी नावों का संचालन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया। हालांकि जेटी को आंधी से हल्का नुकसान हुआ है, फिर भी एहतियातन नाव संचालन फिलहाल बंद कर दिया गया है।
यह घटना कई मायनों में हमें एक सबक देती है — पहला, प्रकृति के आगे हम हमेशा सतर्क रहें। दूसरा, आपदा की घड़ी में धैर्य और अनुशासन से कैसे खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखा जा सकता है। और तीसरा, प्रशासन और नागरिकों के बीच त्वरित समन्वय कितनी बड़ी आपदा को भी टाल सकता है।


आज फतहसागर की लहरें शांत हैं, लेकिन वे कल के उस तूफानी मंजर की गवाह भी हैं, जब कुछ साहसी नाविकों और जागरूक पर्यटकों ने न केवल अपनी सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि मानव साहस और एकता की मिसाल भी पेश की।

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