Editor’s comment : फतहपुरा चौराहे पर आपसी सहमति से बोतल नेक हटने से लोगों को राहत मिलेगी। निश्चित रूप से कलेक्टर के प्रयास रंग लाए हैं, लेकिन सवाल यह है कि संभाग के सबसे बड़े MB अस्पताल में आखिर सड़कें कब सुधरेगी? इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर के बाहर ही सड़क पर गढ्ढे हो रहे हैं। यह मरीजों और उनके परिजनों का दर्द है। यहां आम व्यक्ति अपना इलाज कराने आता है। अस्पताल का कोई भी कार्य हो उसे प्रायोरिटी पर लेना चाहिए। बोटल नेक को खत्म करने के लिए जितनी एनर्जी लगाई गई है, उसकी एक प्रतिशत भी अस्पताल की सड़कों को लेकर लगाई होती तो शायद यहां आने वाले मरीजों को राहत मिलती। मेरी आपसे गुजारिश है कि जो लिखा जा रहा है उस पर कतई विश्वास मत कीजिए। आप एक सामान्य नागरिक बनकर अस्पताल राउंड लगाएं तो सच सामने आ जाएगा। इसके बाद आपको रात में नींद नहीं आएगी।
आज की खबर यहां से पढ़िए
शहर के विकास व सौंदर्यीकरण के लिए कलक्टर के प्रयास ला रहे हैं
17 साल से था कोर्ट का स्थगन, नहीं बन पा रही थी सहमति
राहगीरों की मिली राहत, सुगम होगा यातायात
फोटो संलग्न
उदयपुर। उदयपुर के विकास एवं सुदृढ़ीकरण के लिए प्रतिबद्ध जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल के सतत प्रयास रंग ला रहे है। मंगलवार को उदयपुर शहर के उत्तर दिशा की तरफ स्थित फतहपुरा चौराहा पर स्थित बोटल नेक आपसी सहमति से हटाया गया। यहां 17 साल से कोर्ट का स्थगन था जिस पर किसी भी प्रकार से सहमति नहीं बन पा रही थी। ऐसे में कलक्टर पोसवाल की विकास के प्रति प्रतिबद्धता एवं सहज व्यवहार ने संबंधित भवन मालिक का दिल जीतते हुए सहमति से यह कार्य पूरा करवाया। इससे विभिन्न मार्गों से शहर में प्रवेश करने वाले राहगीरों को राहत मिलेगी और यातायात सुगम होगा।
शहर में नाथद्वारा, भीलवाड़ा, अजमेर, जयपुर एवं माउण्ट आबू, रणकपुर, जोधपुर की तरफ से आने वाले मुख्य मार्ग हेतु प्रवेष स्थल होकर बोटल-नेक होने से तथा चौराहा विस्तारिकरण हेतु पर्याप्त भूमि न्यास आधिपत्य नहीं होने से चौराहे पर विगत वर्षो में निरन्तर बढ़ते यातायान दबाव के कारण ट्रेफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। इस चौराहे से होकर उदयपुर शहर में वर्ष पर्यन्त आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक, समस्त वीवीआईपी मूवमेंट के साथ ही उदयपुर शहर, देवाली, फतहसागर, शोभागपुरा, पुला, बेदला, बडगांव से आने वाले मार्ग मिलने से शहर के आमजन को भी ट्रेफिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है तथा दुर्घटना की आशंका निरन्तर बनी रहती है। कलक्टर के निर्देशानुसार की जा रही इस कार्यवाही से इन सभी समस्याओं का तीव्र समाधान होगा और आवागमन सुलभ होगा।
कलक्टर की तत्परता, एक और मार्ग हुआ सुगम
जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने पूर्व में यूआईटी अधिकारियों के साथ शहर का दौरा किया जो उनकी प्राथमिकता यहीं थी कि यहां आवागमन सुगम हो, शहरवासियों के साथ यहां आने वाले मेहमानों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो और जाम जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े। इसके फलस्वरूप कुछ दिनों पूर्व यूआईटी के मार्फत लेकसिटी मॉल से सुभाष नगर का मार्ग विस्तार करवाया और आज फतहपुरा बोटल नेक गिराने की कार्यवाही शुरू हुई।
लम्बे समय से चले प्रकरण का आपसी समझाइश से हुआ समाधान
चौराहे के विस्तारीकरण हेतु प्रस्तावित मार्गाधिकार में आने वाली भूमि के अधिग्रहण बाबत न्यास द्वारा वर्ष 2001 में भूमि अवाप्ति की कार्यवाही की गयी परन्तु संबंधित खातेदारों द्वारा चौराहा विस्तारीकरण में आने वाली उनकी भूमि की अवाप्ति के विरुद्ध माननीय उच्च न्यायालय, जोधपुर में वाद दायर कर स्थगन आदेश प्राप्त किया जाने से प्रस्तावित भूमि न्यास आधिपत्य नहीं होने से चौराहा विस्तारीकरण की कार्यवाही विगत लम्बे समय से बाधित होकर ट्रैफिक जाम की समस्या निरंतर बनी रहती है ।
शहर में बढते हुए यातायात के दबाव के दृष्टिगत तथा फतहपुरा चौराहे पर ट्रेफिक जाम की स्थिति से आमजन को निजात दिलाने बाबत् जिला कलक्टर एवं न्यास अध्यक्ष अरविन्द पोसवाल ने न्यास अधिकारियों के साथ विगत दिनों में इस स्थल का मौका मुआयना किया एवं व्यापक जनहित से जुड़े फतहपुरा चौराहा विस्तारिकरण के कार्य हेतु संबंधित खातेदारों को बुलाया जाकर विस्तारिकरण के अन्तर्गत आने वाली भूमि को आपसी समझोते से न्यास को उपलब्ध कराने बाबत् संबंधित पक्षों से वार्ता की गयी। इसी क्रम में पुंला से सुखाड़िया सर्कल मार्ग पर फतहपुरा चौराहे के दक्षिण-पूर्वी कॉर्नर में स्थित राजेन्द्र कुमार धुपिया व अन्य के मकान एवं भूमि का भाग जो कि विस्तारिकरण के अन्तर्गत आ रहा है, को आपसी समझौते के तहत् न्यास को सुपुर्द करने हेतु वार्ता कर उनकी सहमति प्राप्त की गयी है।
राजेन्द्र कुमार धुपिया एवं अन्य द्वारा 8 सितंबर को जिला कलक्टर व न्यास अध्यक्ष से वार्ता अनुसार नगर विकास प्रन्यास, उदयपुर को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर निवेदन किया गया कि नगर विकास प्रन्यास, उदयपुर द्वारा फतहपुरा चौराहे के विस्तारीकरण हेतु प्रार्थियों की अधिग्रहित की जा रही भूमि के एवज में समतुल्य दर की भूमि न्यास क्षेत्र में नियमानुसार आवंटित करने एवं मौके पर स्थित निर्मित मकान का भी नियमानुसार मुआवजा दिलाने पर प्रार्थी द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में लंबित रिट याचिका संख्या 5856/2007 विड्रॉ करने हेतु सहमति प्रदान की गयी।
जिला कलक्टर के साथ विगत एक माह में 8-9 बैठकों व वार्ताओं के साथ निरंतर किये गये प्रयासों के फलस्वरूप राजेन्द्र कुमार धुपिया एवं अन्य द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र एवं न्यास को लिखित में दी गयी। सहमति के प्रस्ताव पर ट्रस्ट द्वारा लिये गये निर्णय की पालना में सोमवार को कार्यवाहक सचिव सावन कुमार चायल, अतिरिक्त मुख्य अभियंता संजीव शर्मा, अधीक्षण अभियंता अनित माथुर, तकनीकी सलाहकार बी.एल. कोठारी, अधिषाषी अभियंता हितेश सुखलाल आदि ने संयुक्त मौका निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सहमति अनुसार मौके पर निर्माण को हटाये जाने एवं विस्तारीकरण कार्य की रुपरेखा तैयार की गई और मौके से ही जिला कलक्टर एवं न्यास अध्यक्ष अरविन्द पोसवाल को अवगत कराया जाकर मार्गाधिकार के अन्तर्गत आ रहे निर्माण को हटाने की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है। कार्यवाही के तहत् प्रथम चरण में लगभग 14-0 से 18-0 फीट की गौलाईनुमा चौडाई में अतिरिक्त भूमि उपलब्ध हो सकेगी जिस पर तुरन्त ही सड़क का कार्य प्रारम्भ किया जाकर शहरवासियों को राहत प्रदान की जाएगी तथा बहुप्रतिक्षित फतहपुरा चौराहे के विस्तारिकरण के कार्य को गति मिल सकेगी।
देर शाम कलक्टर पहुंचे मौके पर
यूआईटी द्वारा की जा रही इस कार्यवाही का जायजा लेने जिला कलक्टर पोसवाल देर शाम मौके पर पहुंचें। उन्होंने यूआईटी के अधिकारियों से चर्चा करते हुए कार्य के दौरान पूर्ण सावधानी बरतने, यातायात बाधित नहीं होने व समय पर कार्य को पूरा करते हुए यातायात को सुचारू बनाने के निर्देश दिए। कलक्टर ने इस पूरे कार्य की वीडियोग्राफी करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान कलक्टर ने वहां रहने वाले परिवार को प्रशासन का पूर्ण सहयोग देने के लिए आभार जताया और हरसंभव सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होंने परिवारजनों के साथ चाय पान के दौरान कुछ बिंदुओं पर चर्चा करते हुए सहमति प्राप्त की। भवन गिराने के दौरान कलक्टर मौके पर उपस्थित रहे और दिशा-निर्देश प्रदान किए। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य अभियंता संजीव शर्मा, यूआईटी के अधिकारी मनसुख डामोर अधिशासी अभियंता हितेश सुखलाल, तरुण पालीवाल, आशीष कुमावत, चिरंतन शर्मा, सुरपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।
भवन मालिक ने जताई प्रसन्नता
भवन मालिका राजेन्द्र धुपिया, नीला धुपिया व विजित धुपिया ने यूआईटी व प्रशासन के इस कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमे प्रसन्नता के साथ गर्व है कि शहर के विकास में हम भागीदार बने है और चौराहा बड़ा होने के साथ यहां ट्राफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी और लोगो को सुविधा रहेगी।
About Author
You may also like
-
मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का निधन : एक युग का अंत
-
रन टू सपोर्ट मेंटल हेल्थ 2.0 : मानसिक स्वास्थ्य के लिए दौड़ेगा उदयपुर
-
हरियाणा की सियासी पिच पर बीजेपी का सटीक स्विंग, कांग्रेस क्लीन बोल्ड
-
उदयपुर में डेंगू की मार : कचरे पर एक पार्षद की बेबसी और सिस्टम की नाकामी का आईना
-
वर्ल्ड हेबिटेट डे : हर नागरिक को मिले स्वच्छ पर्यावरण, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छ सड़कें