जब कैमरे के पीछे की आंखें भी नम थीं…फोटो जर्नलिस्ट कमल कुमावत
“लम्हे जो तस्वीरों में क़ैद हुए, वो यादों की चौखट पर छोड़ गए…” इस दर्दनाक
“लम्हे जो तस्वीरों में क़ैद हुए, वो यादों की चौखट पर छोड़ गए…” इस दर्दनाक
फोटो : कमल कुमावत “साया जो साथ चलता था, वो छांव छोड़ गया, राजमहल की
मेवाड़ की हवाओं में एक अनूठी ख़ुशबू बसी रहती है—इतिहास की, वीरता की, और उस