एजीटीएफ की कार्रवाई : बाड़मेर जिले में वांटेड पांच हजार के इनामी को जोधपुर में पकड़ा

जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने बड़ी कार्रवाई कर बाड़मेर जिले के थाना कोतवाली में वांटेड 5 हजार रुपये के इनामी रामनिवास परिहार पुत्र सोहन लाल (30) निवासी बकाणियो की बाड़ी थाना पीपाड़ जिला जोधपुर को थाना माता का थान इलाके से पकड़ा है।


अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध एवं एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स श्री दिनेश एमएन ने बताया कि एजीटीएफ के गठन के बाद लगातार गैंगस्टर एवं इनामी अपराधियों के विरुद्ध टीम कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में टीम के हेड कांस्टेबल राकेश जाखड़ को बाड़मेर जिले के थाना कोतवाली में वांटेड इनामी आरोपी रामनिवास परिहार के जोधपुर में होने की जानकारी मिली।


आसूचना पर आईजी क्राइम प्रफुल्ल कुमार के पर्यवेक्षण एवं एडिशनल एसपी आशा राम चौधरी के सुपरविजन तथा इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल महेश कुमार, रविंद्र सिंह, राकेश जाखड़ व कांस्टेबल नरेश कुमार को जोधपुर रवाना किया गया। टीम ने आसूचना की पुष्टि कर रविवार रात जोधपुर में थाना माता का थान इलाके से आरोपी को दस्तयाब किया। जिसे कोतवाली पुलिस को सुपुर्द किया गया। थाना पुलिस ने अपने मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।


यह है मामला
प्रेम विवाह से खफा लड़की के परिजन 10 जुलाई 2022 को बाड़मेर के लक्ष्मी नगर निवासी बेटी के पति मोती सिंह भाटी को पांच बत्ती चौराहे से बोलेरो गाड़ी में अगवा कर ले गए। पहले गाड़ी में मारपीट की फिर देरासर के पास गाड़ी से नीचे उतारकर लाठी-डंडों से पीटा। पीड़ित की रिपोर्ट के अनुसार चाकू से वार कर आरोपियों ने पिस्टल से फायर भी किए।


आसपास के लोगों के आ जाने के कारण आरोपी उसे वही छोड़ कर फरार हो गये। मामले में आरोपी रामनिवास परिहार घटना के समय से ही फरार चल रहा था। गिरफ्तारी पर एसपी बाड़मेर द्वारा 5000 रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है। इसके विरुद्ध जोधपुर के देव नगर थाने में आर्म्स एक्ट, सिरोही के स्वरूपगंज थाने में आरपीजीओ एक्ट, सिरोही के रोहिडा थाने में पोक्सो एक्ट व विस्फोटक अधिनियम एवं रोहिडा थाने में ही लापरवाही पूर्वक गाड़ी चला कर लोगों का जीवन खतरे में डालने का मुकदमा भी दर्ज हुआ है।


एडीजी श्री एमएन ने बताया कि संपूर्ण कार्रवाई में एजीटीएफ के हेड कांस्टेबल राकेश जाखड़ व कांस्टेबल नरेश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका, हेड कांस्टेबल महेश कुमार, रविंद्र सिंह, शंकर दयाल व कांस्टेबल सोहन देव का तकनीकी सहयोग तथा इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर का कुशल नेतृत्व रहा है।
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